Skip to main content

नबसर्जित जनपद की सूची

BhashkarBharat1234blogspot.com

पश्चिमी संभाग

---------------------------
नया जनपद - सृजन का बर्ष - मूल जनपद
----------------------------------------------------------
1-फ़िरोज़ाबाद -05/02/1989-आगरा, मैनपुरी
2-अमरोहा -24/04/1997-मुरादाबाद
3-हाथरस -06/05/1997-अलीगढ, मथुरा
4-बागपत -05/09/1997-मेरठ
5-गौतमबुद्धनगर -06/09/1997-गाज़ियाबाद, बुलंदशहर
6-कन्नौज -18/09/1997-फर्रुखाबाद
7-औरैय्या -17/09/1997-इटावा
8-कासगंज -17/04/2008-एटा
9-शामली -28/09/2011-मुज़्ज़फ़्फ़रनगर
10-संभल -28/09/2011-मुरादाबाद, बदायूँ
11-हापुड़ -28/09/2011-गाज़ियाबाद
बुंदेलखंड संभाग
-------------------------------------------------
12-महोबा -11/02/1995-हमीरपुर
13-चित्रकूट -06/05/1997-बाँदा
पूर्वी संभाग
-----------------
14-अम्बेडकरनगर -29/09/1995-फैज़ाबाद
15-सिद्धार्थनगर -29/12/1988-बस्ती
16-महाराजगंज -02/10/1988-गोरखपुर
17-कुशीनगर -13/05/1994-देवरिया
18-मऊ -19/11/1988-आजमगढ़, बलिया
19-भदोही -30/06/1994-वाराणसी
20-सोनभद्र -04/03/1989-मीरजापुर
21-कौशाम्बी -04/04/1997-प्रयागराज
22-बलरामपुर -25/09/1997-गोण्डा
23-चन्दौली -25/09/1997-वाराणसी
24-श्राबस्ती -25/05/1997-बहराइच
25-संतकबीरनगर -05/09/1997-बस्ती, सिद्धार्थनगर
26-अमेठी -01/07/2010-रायबरेली, सुल्तानपुर

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

चंद्रवार से फ़िरोज़ाबाद तक बनने की कहानी

चंद्रवार गेट -------------- चंद्रवार गेट, फ़िरोज़ाबाद जिले के अंतर्गत आता हैँ। यहाँ पर विदेशी आक्रमणकारी मुहम्मद गौरी और राजा जयचंद के बीच युद्ध हुआ। चंद्रवार फ़िरोज़ाबाद नगर से 5 किमी दूर यमुना तट पर बसा हुआहै। वर्तमान मे चंद्रवार किसी समय एक महत्वपूर्ण और सुसमपन्न नगर था। जिसके विषय के जैन विद्वानों की यह मान्यता थी। यह क्षेत्र भगवान कृष्ण के वासुदेव द्वारा शासित रहा है। कहा जाता हैँ, की चंद्रवार नगर की स्थापना चन्द्रसेन ने कीथी। 1392 ई। में धनपाल के द्वारा रचित ग्रन्थ बनहुबली चरित्र में चंद्रवार के साँथरी राय, सारंग, और नरेंद्र, अभय चंद्र, रामचंद्र राजाओं का आह मिलता है। इतिहास ----------- चौहान वंश के राजा चंद्र सेन का महल आज खँडहर हो चूका हैँ। इस महल के करीब ही राजा चन्द्रसेन के बेटे का किला है। इस किले को राजा चंद्रपाल ने अपने पिता के याद में बनबाया था। इस किले को चंद्रवारों के नाम से जाना जाता है। यह किला शहर से 7 किमी दूर यमुना तट किनारे स्थित हैं। राजा चन्द्रसेन के महल से लेकर राजा चन्द्रवार के किले तक इस पूरे क्षेत्र को चंद्रवार का नगर के नाम सेजाना जाता है।] https://www.firo...

##chouhanvansavali

रामरतन देव जू के पुत्र संकटदेव जी हुए, संकट देव जी के 6 पुत्र हुए, एक पुत्र चंद्र सेन जी, बाकि चार बांदियों के हुए, 1-धिराज जू, जो रिजोरएटा मे जाकर बस गए, इन्हे राजा का रामपुर लड़की ब्याही गयी. 2-रणसुम्मेर देव जू, जो इटावा खास जाकर बस, गद्दी प्रतापनेर, बाद मे प्रताप गढ़ जाकर बसें. 3-प्रताप रूद्र, जो मैनपुरी मे बसे. 4-चंद्र सेन जी. जो चकरनगर, इटावा मे जाकर बसे, वहां से फ़िरोज़ाबाद (तत्कालीन नाम चंद्रावर मे जाकर बस गए. 5-चंद्र शेव जी, जो चंद्र कोना, असम जाकर बसे., इनके आगे की सन्तानति मे धवल चौहान हुए, जिन्होंने महा भारत की लिखी. -मैनपुरी मे बसे  राजा प्रताप रूद्र  जी के दो पुत्र हुए, 1-राजा वीरसिंह देव जू, जो मैनपुरी मे बसें 2-धारक देव जू, जो पतारा क्षेत्र मे जाकर बस गए. ------------------------------------------------------ मैनपुरी के राजा वीरसिंह जू देव के चार पुत्र हुए. 1-महाराजा धीरशाह जी, इनसे मैनपुरी  के आस पास के गॉव मे बस गए, असौली गॉव, करीमगंज  के पास  बस गए. 2-राव गणेश जू, जो एटा के गंजडुंडवारा मे जाकर बस गए, इनके 27 गॉव पटियाली आदि हैं. 3...

Bharat main vaxinataion main vishavguru

bharat main vaxination vishav guru banane ki agrasar- hal hi main Bharat ki bani kovaxin ke bahut saari vaxin ki demind aayi.jaise lagta hain bharat vishavguru banane ke path par chal raha.