Skip to main content

1967 Loksabha seat

1967-Loksabha election- Loksabha seat ---Uttarpradesh
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
1-Tihri Garhwal
2-Garhwal
3-Almora
4-Nainital
5-Bijnour(SC)bharatsinghbloggerwritter.com
6-Amroha
7-Muradabad
8-Rampur
9-Badaun
10-Aonla(Bareilly)
11-Bareilly
12-PILIBHIT
13-Shahjanpur-
14-Khiri
15-Shahabad
16-Sitapur
17-Misrikh(SC)
18-Hardoi(SC)
19-Lucknow
20-Mohanlalganj(SC)
21-UNNAO
22-RAIBAREILLY
23-Pratapgarh
24-Amethi
25-Sultanpur
26-Akbarpur(SC)
27-Faizabad
28-Ramsnehighat(SC)
29-Barabanki(SC)
30-Keisarganj
31-Bahraich
32-Balrampur
33-Gonda
34-Basti(SC)
35-Dumariaganj
36-Khalilabad
37-Bansgaon(SC)
38-Gorakhpur
39-Maharajganj
40-Padrauna
41-Deoria
42-Salempur
43-Balia
44-Ghosi
45-Azamgarh
46-Lalganj(SC)
47-Machhalishahar
48-Jounpur
49-Saidpur(SC)
50-Gazipur
51-Chandouli
52-Varanasi
53-Roubertsganj(SC)
54-Mirzapur
55-Phoolpur
56-Allahabad
57-Chail(SC)
58-Fatehpur
59-Banda
60-Hamirpur
61-Jhansi
62-Jaloun
63-Ghatampur
64-Bilhour
65-Kanpur
66-Etawah
67-Kannouj
68-Farrukhabad
69-Mainpuri
70-Kasganj
71-Etah
72-Firozabad(SC)
73-Agra
74-Mathura
75-Hathrus(SC)
76-Aligagrh
77-Khurja(SC)
78-Bulandshahar
79-Hapur
80-Meerut
81-Baghput
82-Muzzaffarnagar
83-Kairana
84-Saharanpu(SC)
85-Dehradun



Comments

Popular posts from this blog

चंद्रवार से फ़िरोज़ाबाद तक बनने की कहानी

चंद्रवार गेट -------------- चंद्रवार गेट, फ़िरोज़ाबाद जिले के अंतर्गत आता हैँ। यहाँ पर विदेशी आक्रमणकारी मुहम्मद गौरी और राजा जयचंद के बीच युद्ध हुआ। चंद्रवार फ़िरोज़ाबाद नगर से 5 किमी दूर यमुना तट पर बसा हुआहै। वर्तमान मे चंद्रवार किसी समय एक महत्वपूर्ण और सुसमपन्न नगर था। जिसके विषय के जैन विद्वानों की यह मान्यता थी। यह क्षेत्र भगवान कृष्ण के वासुदेव द्वारा शासित रहा है। कहा जाता हैँ, की चंद्रवार नगर की स्थापना चन्द्रसेन ने कीथी। 1392 ई। में धनपाल के द्वारा रचित ग्रन्थ बनहुबली चरित्र में चंद्रवार के साँथरी राय, सारंग, और नरेंद्र, अभय चंद्र, रामचंद्र राजाओं का आह मिलता है। इतिहास ----------- चौहान वंश के राजा चंद्र सेन का महल आज खँडहर हो चूका हैँ। इस महल के करीब ही राजा चन्द्रसेन के बेटे का किला है। इस किले को राजा चंद्रपाल ने अपने पिता के याद में बनबाया था। इस किले को चंद्रवारों के नाम से जाना जाता है। यह किला शहर से 7 किमी दूर यमुना तट किनारे स्थित हैं। राजा चन्द्रसेन के महल से लेकर राजा चन्द्रवार के किले तक इस पूरे क्षेत्र को चंद्रवार का नगर के नाम सेजाना जाता है।] https://www.firo...

##chouhanvansavali

रामरतन देव जू के पुत्र संकटदेव जी हुए, संकट देव जी के 6 पुत्र हुए, एक पुत्र चंद्र सेन जी, बाकि चार बांदियों के हुए, 1-धिराज जू, जो रिजोरएटा मे जाकर बस गए, इन्हे राजा का रामपुर लड़की ब्याही गयी. 2-रणसुम्मेर देव जू, जो इटावा खास जाकर बस, गद्दी प्रतापनेर, बाद मे प्रताप गढ़ जाकर बसें. 3-प्रताप रूद्र, जो मैनपुरी मे बसे. 4-चंद्र सेन जी. जो चकरनगर, इटावा मे जाकर बसे, वहां से फ़िरोज़ाबाद (तत्कालीन नाम चंद्रावर मे जाकर बस गए. 5-चंद्र शेव जी, जो चंद्र कोना, असम जाकर बसे., इनके आगे की सन्तानति मे धवल चौहान हुए, जिन्होंने महा भारत की लिखी. -मैनपुरी मे बसे  राजा प्रताप रूद्र  जी के दो पुत्र हुए, 1-राजा वीरसिंह देव जू, जो मैनपुरी मे बसें 2-धारक देव जू, जो पतारा क्षेत्र मे जाकर बस गए. ------------------------------------------------------ मैनपुरी के राजा वीरसिंह जू देव के चार पुत्र हुए. 1-महाराजा धीरशाह जी, इनसे मैनपुरी  के आस पास के गॉव मे बस गए, असौली गॉव, करीमगंज  के पास  बस गए. 2-राव गणेश जू, जो एटा के गंजडुंडवारा मे जाकर बस गए, इनके 27 गॉव पटियाली आदि हैं. 3...

Bharat main vaxinataion main vishavguru

bharat main vaxination vishav guru banane ki agrasar- hal hi main Bharat ki bani kovaxin ke bahut saari vaxin ki demind aayi.jaise lagta hain bharat vishavguru banane ke path par chal raha.